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Sunday, 25 November 2018

Future Maker Latest News Today : कुछ यूं ही नही बन जाता है राधेश्याम






हिसार से कुछ 25 किलोमीटर दूर सीसवाल गाँव। फ्यूचर मेकर के सीएमडी और उसके डिस्टिब्यूटरो के भगवान का गाँव। मेन रोड से आधा किलोमीटर पगडंडी के रास्ते से मैं पहुँचा उस मकान तक जहाँ कुछ बुजुर्ग तख़्त पर बैठे थे। चारो ओर\ खेत के बीच बने इस मकान के सामने हिस्से को देखकर एक बार भव्यता दिखती है लेकिन बुजुर्ग व्यक्ति से अभिवादन के पश्चात अंदर जाने पर आश्चर्य होता है कि लाखों लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने वाला शख्स कितनी सादगी से रहता है गरीबी से उठने के प्रयास में कभी RCM से लेकर अनेको कम्पनियों में काम करता रहा पर दुःख यही रहा कि कम्पनियों द्वारा डिस्टिब्यूटर के लिये वो नही होता जो होना चाहिए यानी “आर्थिक आजादी-आर्थिक उन्नति” तब दिमाग लगाया और जन्म हुआ ‘फ्यूचर मेकर’ का। खैर बुजुर्गों से अभिवादन के बाद बातचीत शुरू हुई डिस्टिब्यूटर के हित को लेकर छानबीन करना ही थी तो पहला सवाल दागा ‘क्या राधेश्याम धोखा तो नही देगा..? उत्तर में जवाब मिला कि देश भर से पहले उसकी हरियाणा में सामाजिक प्रतिष्ठा है और वो करोड़ो रूपये से ऊपर है सपने भी ‘मेरा राधे’ यह सोच नही सकता। मेरा राधे बोलने वाले बुजुर्ग सीएमडी राधेश्याम के पिता थे ठेठ ग्रामीण, दुनियादारी से दूर.. कानून की परिभाषा तक न जानने वाले.. धीरे-धीरे अंधेरा छाने लगा था सो परिवार की जानकारी भी ली तीन भाइयों में सबसे छोटे राधेश्याम को लेकर सिषवाल के ग्रामीणों में भी राय कुछ ऐसी ही थी। करोड़ों रुपये के कारोबार के बाद भी सादगी के साथ रहने वाला व्यक्ति ओर उसका परिवार तो ठीक घर भी विलासिता के संसाधनों से मुक्त था। अपने राधे पर ओर उसकी सोच पर जरा भी शिकवा नहीं था देश भर के डिस्टिब्यूटर के विश्वास ने जहाँ राधेश्याम को ताकत दी वही परिवार में मिले संस्कार उसे वचन पूर्ण करने की हिम्मत दे रहे हैं कुछ गंभीर सवालों के उत्तर मिलने के बाद रवानगी डाली। ऐतिहासिक जगह के लिए प्रसिद्ध सीसवाल अब फ्यूचर मेकर के सीएमडी राधेश्याम के नाम से भी जाना जाने लगा है सिरसा, फ़हतेहबाद, हिसार, से लेकर देशभर में विश्वास का आधार बने ‘राधे’ को लेकर हमारी इन्वेस्टिगेशन में यह सामने आया कि इस समय कानून की प्रक्रिया का सामना कर रहे इस व्यक्ति ने विश्वास के साथ साथ ईमानदारी, सहजता, सादगी, समर्पण, सद्भावना ओर “देश सेवा सर्वोपरि” का माद्दा भी कमाई से पहले रखा। ऐसे में यह तो लिखा ही जा सकता है कि————– हौसले इसके बुलंद हैं क्योंकि विश्वास में है इसके दम… आरोप में उलझा जरूर पर हौसला नही होगा कम।

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